2017, Vol. 2, Issue 1
शारीरिक शिकà¥à¤·à¤¾ और खेल में योग के लाà¤
Author(s): डॉ राजधर चैतà¥à¤°à¤¾à¤® बेडसे
Abstract:
शारीरिक शिकà¥à¤·à¤¾ और खेल में योग हमारे जीवन का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अंग है योग à¤à¤µà¤®à¥ खेल मानव जीवन का à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अंग है मानव को अपने वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ जीवन से कà¥à¤› समय निकालकर योग करना चाहिà¤à¥¤ योग à¤à¤µà¤®à¥ खेल से हम लोगों का शरीर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रहता है। मांसपेशिया मजबà¥à¤¤ होती है। मानसिक तनाव दà¥à¤° होता है। योग à¤à¤µà¤®à¥ खेल से मानव सरà¥à¤µà¤¾à¤—ीण विकाश होता है। à¤à¤¯ à¤à¤µà¤®à¥ चिनà¥à¤¤à¤¾ करने से उनकी सहन शकà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤®à¥ रोगो से लड़ने कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ कम हो जाती है। इन सबकी सबसे अचà¥à¤›à¥€ दवा योग à¤à¤µà¤‚ खेल है।मन की चित वृतियों का विरोध करना ही योग है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ खेल à¤à¤µà¤‚ योग का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° है, जो हमारे लिठसबसे अचà¥à¤›à¥€ बात है। समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ को इसें जानना à¤à¤µà¤‚ पहचानन अति आवशà¥à¤¯à¤• है।हम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को उसके सही अरà¥à¤¥ को जानना à¤à¤µà¤‚ उसका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° करना अति आवशà¥à¤¯à¤• है। योग का शà¥à¤°à¥‚आत कब और कहा हà¥à¤† था यह कहना जो मानव को रोगी बना देते है। à¤à¤¯ à¤à¤µà¤®à¥ चिनà¥à¤¤à¤¾ करने से उनकी सहन शकà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤®à¥ रोगो से लड़ने कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ कम हो जाती है। इन सबकी सबसे अचà¥à¤›à¥€ दवा योग à¤à¤µà¤‚ खेल है।मन की चित वृतियों का विरोध करना ही योग है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ खेल à¤à¤µà¤‚ योग का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– कà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° है, जो हमारे लिठसबसे अचà¥à¤›à¥€ बात है। समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ को इसें जानना à¤à¤µà¤‚ पहचानन अति आवशà¥à¤¯à¤• है।हम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को उसके सही अरà¥à¤¥ को जानना à¤à¤µà¤‚ उसका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° करना अति आवशà¥à¤¯à¤• है।
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How to cite this article:
डॉ राजधर चैतà¥à¤°à¤¾à¤® बेडसे. शारीरिक शिकà¥à¤·à¤¾ और खेल में योग के लाà¤. Int J Physiol Nutr Phys Educ 2017;2(1):465-467.