2018, Vol. 3, Issue 1
योग साधना में गुरु की उपादेयता
Author(s): Jyoti MA
Abstract:
वैदिक ऋचाओं से ज्ञात होता है कि गुरु को आदिकाल से ही गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त है। प्राचीन साहित्य में भी योग साधना में गुरु की उपादेयता का वर्णन है। वह पथ-प्रदर्शक बनकर अपने शिष्य अर्थात् साधक को साधना में आने वाली बाधाओं का सामना करने के लिये व विघ्नों से बचाने में विशेष भूमिका निभाता है।
Pages: 262-263 | 633 Views 5 Downloads
How to cite this article:
Jyoti MA. योग साधना में गुरु की उपादेयता. Int J Physiol Nutr Phys Educ 2018;3(1):262-263.