2018, Vol. 3, Issue 1
योग और खेल का मानव शरीर पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
Author(s): डॉ राजधर चैतà¥à¤°à¤¾à¤® बेडसे
Abstract:
योग हमारे जीवन का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अंग है योग à¤à¤µà¤®à¥ खेल मानव जीवन à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अंग है मानव को अपने वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ जीवन कà¥à¤› समय निकालकर योग करना चाहिà¤à¥¤ योग à¤à¤µà¤®à¥ खेल से हम लोगों का शरीर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रहता है। मांसपेशिया मजबà¥à¤¤ होती है। मानसिक तनाव दà¥à¤° होता है। योग à¤à¤µà¤®à¥ खेल से मानव का अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•, मानसिक à¤à¤µà¤®à¥ शारिरक विकास होता है। योग à¤à¤µà¤®à¥ खेल से मानव शà¥à¤µà¤¶à¤¨ गति तीवà¥à¤° मजबà¥à¤¤ होती है, और इसके माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤µà¤¾à¤¯à¥ की मातà¥à¤°à¤¾ बà¥à¤¤à¥€ है। शà¥à¤µà¤¸à¤¨ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ ठीक रहने से असà¥à¤¥à¤®à¤¾, मधà¥à¤®à¥‡à¤¹, उचà¥à¤šà¤°à¤•à¥à¤¤à¤šà¤¾à¤ª जैसी बिमारीया नही होती है आज का मानव अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• रोगों से गà¥à¤°à¤¸à¥€à¤¤ है, जिससे चिनà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤®à¥ à¤à¤¯ के कारण अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के मानसिक रोग उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो रहे है, जिससे अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के मानसिक रोग हो जाते है। जिनको दà¥à¤° करने के लिठयोग à¤à¤µà¤®à¥ खेल जरूरी है। इससे मानव मे सामाजिक कौशल विकाश होता रà¥à¤¹à¥ˆà¥¤
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How to cite this article:
डॉ राजधर चैतà¥à¤°à¤¾à¤® बेडसे. योग और खेल का मानव शरीर पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ. Int J Physiol Nutr Phys Educ 2018;3(1):2193-2195.